मुख्य बिंदु
- मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी, MDP ने राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने की घोषणा की है।
- राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत विरोधी नीतियों और चीन के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों को लेकर विपक्ष ने उन पर निशाना साधा है।
- यदि महाभियोग प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो राष्ट्रपति मुइज्जू को पद से हटना पड़ सकता है।
- MDP के पास संसद में बहुमत है, इसलिए प्रस्ताव पारित होने की संभावना है।
Table Of Content:
बिंदु | विवरण |
शीर्षक | मालदीव में सियासी संकट गहराता जा रहा है, राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश होगा |
तारीख | 30 जनवरी, 2024 |
स्थान | माले, मालदीव |
घटना | मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी, मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने की घोषणा की है। |
प्रमुख कारण | राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत विरोधी नीतियों और चीन के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों को लेकर विपक्ष ने उन पर निशाना साधा है। |
संभावित परिणाम | यदि महाभियोग प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो राष्ट्रपति मुइज्जू को पद से हटना पड़ सकता है। |
विस्तृत विवरण
मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी, MDP ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने की घोषणा की है। और इसे जल्द ही संसद में पेश किया जाएगा। MDP के नेता और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने देश की संप्रभुता और लोकतंत्र को कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत विरोधी नीतियों और चीन के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों ने मालदीव को एक चीन के प्रभाव वाले क्षेत्र में बदल दिया है।
MDP ने महाभियोग प्रस्ताव में 10 आरोप लगाए हैं। इन आरोपों में राष्ट्रपति मुइज्जू पर संविधान का उल्लंघन, संसद की अवमानना, और देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने का आरोप लगाया गया है।
महाभियोग प्रस्ताव को संसद में पेश करने के लिए MDP के पास बहुमत की आवश्यकता है। संसद में MDP के पास 55 सीटें हैं, जबकि राष्ट्रपति मुइज्जू की पार्टी, प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (PPM) के पास 25 सीटें हैं।
यदि महाभियोग प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो राष्ट्रपति मुइज्जू को पद से हटना पड़ सकता है। इसके बाद संसद में नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा।
विपक्षी दलों के समर्थन की उम्मीद
MDP को अन्य विपक्षी दलों से भी समर्थन मिलने की उम्मीद है। MDP के अध्यक्ष यामीन ने कहा कि कई अन्य विपक्षी दल मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन करेंगे।
यामीन ने कहा, “हमने अन्य विपक्षी दलों से संपर्क किया है और वे हमारे प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए सहमत हुए हैं।”
यदि अन्य विपक्षी दल मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन करते हैं, तो उनके पास संसद में प्रस्ताव पारित करने के लिए पर्याप्त समर्थन होगा।
मुइज्जू का बचाव
मुइज्जू ने MDP के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वह देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुइज्जू ने कहा, “मैंने कभी भी देश की सुरक्षा और संप्रभुता को खतरे में नहीं डाला है। मैं हमेशा देश के हित में काम करूंगा।”
मुइज्जू ने कहा कि वह महाभियोग प्रस्ताव का सामना करेंगे और निर्दोष साबित होंगे।
निष्कर्ष
मालदीव में सियासी संकट गहराता जा रहा है। राष्ट्रपति मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश होने से यह संकट और अधिक बढ़ सकता है। यदि महाभियोग प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो मालदीव में राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति पैदा हो सकती है।
MDP के पास संसद में बहुमत है, इसलिए प्रस्ताव पारित होने की संभावना है। अगर प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो मुइज्जू को पद से हटा दिया जाएगा और एक नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा।
प्रभाव:
मुइज्जू के हटने से मालदीव की राजनीति में उथल-पुथल हो सकती है। यह देश के भारत के साथ संबंधों पर भी असर डाल सकता है।